हर महीने एक दिन महापुरुषों की जीवनी पर आधारित किताब पढ़ेंगे बच्चे
अब हर महीने किसी एक दिन प्राइमरी से लेकर विवि तक के विद्यार्थी नैतिक शिक्षा या महापुरुषों की जीवनी पर आधारित किताबें पढ़ेंगे। इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों में 45 मिनट का पीरियड अलग से तय होगा। शिक्षक भी विद्यार्थियों के साथ मौजूद रहकर कोई किताब पढ़ेंगे। इन दौरान पूरे 45 मिनट तक कैंपस सोशल मीडिया व पाठ्यक्रम से दूर रहेगा।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पढ़े गोरखपुर के तहत डीडीयू, माध्यमिक, बेसिक व उच्च शिक्षा विभाग को यह निर्देश दिया है कि जल्द ही इसका प्लान बनाकर सभी शिक्षण संस्थाओं में इसका क्रियान्वयन कराएं। डीडीयू प्रशासन ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। कैंपस में एक कमेटी गठित कर इसकी जिम्मेदारी दे दी गई है। कमेटी ने सभी विभागों को इसकी प्लानिंग से अवगत कराने के बाद कुलसचिव, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी गोरखपुर, माध्यमिक शिक्षा अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, सम्पत्ति अधिकारी, अभियंता (सिविल) व कमेटी के सभी सदस्यों की बैठक 9 दिसम्बर को अपरान्ह 1 बजे प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी हॉल में आयोजित की गई है, जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह करेंगे।
पढ़े गोरखपुर कार्यक्रम के समन्वयक और विशेष जागरूकता प्रकोष्ठ के संयोजक प्रो. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि राज्यपाल के आदेशानुसार प्रदेश के प्रत्येक जिले के समस्त सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में हर महीने एक निश्चित समय पर लगभग 45 मिनट तक छात्र-छात्राओं को एक साथ कोर्स से हटकर किसी विषय को स्वेच्छा से पढ़ना है।
राजभवन को भेजनी है रिपोर्टिंग
प्रो. शुक्ला ने बताया कि 'पढ़े गोरखपुर की वीडियोग्राफी होगी साथ ही फोटो भी बनाए जाएंगे। वीडियो तीस मिनट की होगी। हर संस्थान को इसे तैयार करना होगा। पूरी रिपोर्ट बनाकर राजभवन को भेजनी होगी।